20 दिसम्बर 12 के CAT एर्नाकुलम केरल द्वारा विभाग को दिया गया निर्देश कि वर्ग द तथा पोस्टमैन के पदो में कटौती पर अगली सुनवाई तक कोई कार्यवाही न हो एक भ्रामकता हैं। यह विनोद सक्सेना द्वारा पैसा वसूलने का मौका मिलना जैसा हैं।ऐसे निर्णय कोर्ट से दिलाना वकालत की कारीगरी है जिससे हमे बचना है । NFPE ने अभी अभी GDS संवर्ग में नयी यूनियन बनाई है और उसे पैसा और सदस्य बनाने का मौका देना चाहते हैं ।इसलिए यह सामान्य सा आदेश कोर्ट से कराया हैं
पदो में कटौती के विभाग के निर्णय में खुद NFPE शामिल था और अब साख बचाने के लिए यह उपक्रम कर रहा है
अतः हमे सावधान रहकर, जनता को भी सावधान करना है और नई बनी NFPE की gds यूनियन को न तो पैसा देना है और न ही सदस्य देना है
पदो में कटौती के विभाग के निर्णय में खुद NFPE शामिल था और अब साख बचाने के लिए यह उपक्रम कर रहा है
अतः हमे सावधान रहकर, जनता को भी सावधान करना है और नई बनी NFPE की gds यूनियन को न तो पैसा देना है और न ही सदस्य देना है
No comments:
Post a Comment