मा. महोदय ये जो सरकार ने अनुकंपा भरती का फैसला किया है की जाे केसेस सेटल हो गए हैं उनके केसेस फिर से रिओपन नही किए जाएंगे ये फैसला सरासर म्रत कर्मचारी के पाल्य के साथ नाइन्साफी है. युनियन ने पिछले चार पांच साल से अनुकंपा भरती 100%करने की मांग की है और और आजतक पाेंइट सिस्टम की बजह से बहुत केसेस नकार दिये हैं और आज उनके साथ अन्याय क्यों? उन के भी केसेस रिओपन करके उन सबको नौकरी देनी चाहिए.
मा. महोदय ये जो सरकार ने अनुकंपा भरती का फैसला किया है की जाे केसेस सेटल हो गए हैं उनके केसेस फिर से रिओपन नही किए जाएंगे ये फैसला सरासर म्रत कर्मचारी के पाल्य के साथ नाइन्साफी है. युनियन ने पिछले चार पांच साल से अनुकंपा भरती 100%करने की मांग की है और और आजतक पाेंइट सिस्टम की बजह से बहुत केसेस नकार दिये हैं और आज उनके साथ अन्याय क्यों? उन के भी केसेस रिओपन करके उन सबको नौकरी देनी चाहिए.
मा. महोदय ये जो सरकार ने अनुकंपा भरती का फैसला किया है की जाे केसेस सेटल हो गए हैं उनके केसेस फिर से रिओपन नही किए जाएंगे ये फैसला सरासर म्रत कर्मचारी के पाल्य के साथ नाइन्साफी है. युनियन ने पिछले चार पांच साल से अनुकंपा भरती 100%करने की मांग की है और और आजतक पाेंइट सिस्टम की बजह से बहुत केसेस नकार दिये हैं और आज उनके साथ अन्याय क्यों? उन के भी केसेस रिओपन करके उन सबको नौकरी देनी चाहिए.
मा. महोदय ये जो सरकार ने अनुकंपा भरती का फैसला किया है की जाे केसेस सेटल हो गए हैं उनके केसेस फिर से रिओपन नही किए जाएंगे ये फैसला सरासर म्रत कर्मचारी के पाल्य के साथ नाइन्साफी है. युनियन ने पिछले चार पांच साल से अनुकंपा भरती 100%करने की मांग की है और और आजतक पाेंइट सिस्टम की बजह से बहुत केसेस नकार दिये हैं और आज उनके साथ अन्याय क्यों? उन के भी केसेस रिओपन करके उन सबको नौकरी देनी चाहिए.
मा. महोदय
ReplyDeleteये जो सरकार ने अनुकंपा भरती का फैसला किया है की जाे केसेस सेटल हो गए हैं उनके केसेस फिर से रिओपन नही किए जाएंगे ये फैसला सरासर म्रत कर्मचारी के पाल्य के साथ नाइन्साफी है. युनियन ने पिछले चार पांच साल से अनुकंपा भरती 100%करने की मांग की है और और आजतक पाेंइट सिस्टम की बजह से बहुत केसेस नकार दिये हैं और आज उनके साथ अन्याय क्यों? उन के भी केसेस रिओपन करके उन सबको नौकरी देनी चाहिए.
मा. महोदय
ReplyDeleteये जो सरकार ने अनुकंपा भरती का फैसला किया है की जाे केसेस सेटल हो गए हैं उनके केसेस फिर से रिओपन नही किए जाएंगे ये फैसला सरासर म्रत कर्मचारी के पाल्य के साथ नाइन्साफी है. युनियन ने पिछले चार पांच साल से अनुकंपा भरती 100%करने की मांग की है और और आजतक पाेंइट सिस्टम की बजह से बहुत केसेस नकार दिये हैं और आज उनके साथ अन्याय क्यों? उन के भी केसेस रिओपन करके उन सबको नौकरी देनी चाहिए.
मा. महोदय
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